1200 किलोमीटर साइकिल से पिता को पहुंचाने वाली ज्योति कुमारी की संघर्ष की कहानी जल्द ही सिल्वर स्क्रीन पर दिखाई देगी, यहा होंगी फिल्म की शुटिंग.

कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में अब तक पांच बार लॉकडाउन घोषित किया गया है। लॉकडाउन ने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे कई श्रमिकों को छोड़ दिया था। उनमें से कई पैदल ही गाँव की तरफ जा रहे थे। ये मजदूर सड़क पर बड़े संकट में थे। बिहार की ज्योति कुमारी ने लॉकडाउन के दौरान साइकिल की पिछली सीट पर अपने पिता को बिठाकर हरियाणा के गुड़गांव से बिहार तक 1200 किलोमीटर की यात्रा की थी। ज्योति के इस काम के कारण वह सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आ गई।
ज्योति कुमारी का इंटरव्यू सुनकर नेटिज़न्स अभिभूत हो गये थे। लॉकडाउन के दौर में ज्योति की हिम्मत देखकर हर कोई हैरान हुआ था। विशेष रूप से, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की इवांका ने भी ज्योति की खूब प्रशंसा की। इसी तरह, सायकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने लॉकडाउन के बाद ज्योति को ट्रायल के लिए दिल्ली बुलाया था। और ज्योती ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। ज्योति के संघर्ष की कहानी जल्द ही सिल्वर स्क्रीन पर दिखाई देगी। फिल्म का नाम ‘आत्मानिर्भर’ होगा।पीटीआई के अनुसार, ज्योति की आत्मनिर्भर फिल्म में एक छोटी भूमिका होगी। Wemakefilmz कंपनी ने ज्योति की इस सफर की कहानी के अधिकार खरीद लिए हैं। इस फिल्म की शूटिंग अगस्त महीने से शुरू होगी। ज्योति ने कहा है कि वह इस फिल्म में काम करने के लिए उत्सुक हैं। इस बीच, लॉकडाऊन के दौरान ज्योति को हरियाणा के गुड़गांव से लेकर बिहार तक के सफर में कोण कोणसे से अनुभव आए थे यह इस फिल्म में बताया जाएगा।
फिल्म की शूटिंग गुड़गांव से दरभंगा रूट पर की जाएगी। आत्मनिर्भर फिल्म के निर्देशक शाइन कृष्णा करेंगे। यह फिल्म अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए ‘ए जर्नी ऑफ ए माइग्रेंट’ के रूप में रिलीज होगी। इसके अलावा यह फिल्म हिंदी, अंग्रेजी और मैथिली में उपलब्ध होगी।